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Shrutmanthan 2022

- Tikamgarh

आचार्य गुरुवर श्री 108 विशुद्ध सागर जी (Acharya Guru Shri 108 Vishudh Sagar Ji) के साथ मुनि श्री समत्व सागर जी (Samatva Sagar Ji) श्री सम्मेद शिखर जी (Sammed Shikarji) से विहार करते हुए जब पन्ना पहुंचे तो वहा के लोग बहुत हर्षित हुये और लोगो ने मुनिश्री से यहां वाचना करने का निवेदन किया फिर गुरु आज्ञा के अनुसार मुनि श्री समत्व सागर जी (Samatva Sagar Ji) ने पन्ना मे आचार्य श्री (Guru) से पृथक पहली वाचना कि उसके वाद विहार हुआ और पहला चातुर्मास टीकमगढ़ (TIKAMGARH) को मिला और इस वर्षामंथन  का नाम श्रुतमंथन रखा गया  |

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Mangalwar
Yuva
Pujan

मंगलवार पूजन
' हम जैनी, अपना धर्म जैन इतना ही केवल परिचय हो ' इसी कामना के साथ प्रतेक मंगलवार को टीकमगढ़ नगर के युवाओं द्वारा ,नगर के मंदिरों में, सामूहिक रूप से अभिषेक एवं पूजन का आयोजन विगत तीन मंगलवार से हो रहा हैं | हम सभी साथ आये और एक साथ इस संगीतमय भक्ति का आनंद ले | प्रतेक मंगलवार को होने वाली सामूहिक अभिषेक-पूजन-भक्ति संगम हैं हमारी युवा शक्ति का, भक्ति का |
जय जिनेन्द्र ! मित्रों !

Siddh Chakra Mahamandal Vidhan iv

बुन्देलखण्ड (BUNDELKHAND) की पावन धरा के शहर टीकमगढ़ में एक और श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान (SIDDHACHAKRA MAHAMANDAL VIDHAN ) का बड़े हर्ष और उल्लास के साथ सफल भव्य आयोजन हुआ | जिसमें समस्त धर्म प्रेमी जैन बन्धुओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, जहां प्रात: काल की बेला में श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा एवं संगीतमय पूजन के साथ-साथ मुनि श्री की मंगल देशना का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ  तो वही संध्याकाल में श्री जी की आरती एवं शास्त्र प्रवचन  के उपरांत संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया | इस आयोजन के सफल समापन पर नगर में श्री जी की भव्य मंगल शोभा यात्रा निकाली गयी जिसमें त्रि-मुनिराजों का मंगल सानिध्य प्राप्त हुआ |

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Shri 1008
Kalpadrum Mahamandal
Vidhaan

प.पू चर्याशिरोमणि आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से धर्मनगरी टीकमगढ़ की पावन धरा में 21 वर्षों  बाद प.पू श्रमण मुनि श्री 108 समत्व सागर, श्रमण मुनि साक्ष्य सागर , श्रमण मुनि निर्वृत सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में दिनांक 3 नवम्बर से 14 नवंबर 2022 तक श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान एवम विश्व शांति महायज्ञ एवम नगर गजरथ परिक्रमा का भव्य ऐतिहासिक आयोजन आयोजित किया गया है। 

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JAIL PRAVACHAN

दिनांक 28/10/22 को मुनि श्री 108 समत्व सागर जी ससंघ द्वारा जिला जेल, टीकमगढ़ में सभी कैदियों के लिए प्रवचन का आयोजन किया गया।जिसमे मुनिराजो ने अपनी वात्सल्य से भरी वाणी से सभी कैदियों को सम्बोधन दिया साथ ही उन्हें सही मार्ग पर आने का उपदेश दिया। 

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MAHAVIR SWAMI NIRWAN MAHOTSAV {DIWALI} & 
YUVA CHAUKA

दिनांक 25/10/22 को भगवान महावीर स्वामी जी के निर्वाण महोत्सव एवं दीपावली के शुभ अवसर पर सभी समाज द्वारा बड़े ही भक्ति भाव से भगवान महावीर स्वामी की पूजा की गई साथ ही निर्वाण लडू चढ़ाया गया एवं मुनि संघ की दिव्यदेश्ना सुनने का सभी को सौभग्य प्राप्त हुआ। 

इस बार विशेष रूप से टीकमगढ़ नगर के सभी युवाओ द्वारा मुनि श्री के लिए चौका लगाया गया साथ ही मुनि श्री का पड़गाहन करने का सौंभाग्या प्राप्त हुआ और बड़ी भक्ति के साथ निर्वाण महोत्सव को मनाया गया। 

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GODH BHARAI

दिनांक 4/10/22 को मुनि श्री 108 समत्वसागर जी ससंघ के सानिध्य में टीकमगढ़ नगरी के लोगो को भविष्य में दीक्षा प्राप्त करने वाले ब्रह्मचारियों की गोद भरने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जिसमे प्रायः दीक्षार्थियों द्वारा अपनी भावना व्यक्त की गई तद उपरांत त्रय मुनिराजो द्वारा दीक्षार्थियों को सुभाशीष प्रदान किया गया। 

MUNI SHRI 108 
SAAKSHYA SAGAR JI
DIKSHA DIWAS 

दिनांक 06/10/22 मुनि श्री 108 साक्षयसागर जी के दीक्षा दिवस

पर सुबह त्रय मुनिराजो द्वारा दीक्षा का महत्व बताया गया तद उपरांत दोपहर के समय में  मुनिराज का पाद प्रक्षालन, शास्त्र भेट, एवं मुनि श्री 108 साक्ष्य सागर जी के ग्रहस्त जीवन के पाठशाला के बच्चों द्वारा आचार्य भगवन कि पूजन बड़ी धूमधाम से कि गयी तद उपरांत त्रिय मुनिराज के प्रवचन सुनने का सभी को सौभाग्य  प्राप्त हुआ। 

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Siddh Chakra Mahamandal Vidhan
II

बुन्देलखण्ड (BUNDELKHAND) की पावन धरा के शहर टीकमगढ़ में एक और श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान (SIDDHACHAKRA MAHAMANDAL VIDHAN ) का बड़े हर्ष और उल्लास के साथ सफल भव्य आयोजन हुआ | जिसमें समस्त धर्म प्रेमी जैन बन्धुओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, जहां प्रात: काल की बेला में श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा एवं संगीतमय पूजन के साथ-साथ मुनि श्री की मंगल देशना का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ  तो वही संध्याकाल में श्री जी की आरती एवं शास्त्र प्रवचन  के उपरांत संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया | इस आयोजन के सफल समापन पर नगर में श्री जी की भव्य मंगल शोभा यात्रा निकाली गयी जिसमें त्रि-मुनिराजों का मंगल सानिध्य प्राप्त हुआ |

Siddh Chakra Mahamandal Vidhan III

बुन्देलखण्ड (BUNDELKHAND) की पावन धरा के शहर टीकमगढ़ में एक और श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान (SIDDHACHAKRA MAHAMANDAL VIDHAN ) का बड़े हर्ष और उल्लास के साथ सफल भव्य आयोजन हुआ | जिसमें समस्त धर्म प्रेमी जैन बन्धुओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, जहां प्रात: काल की बेला में श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा एवं संगीतमय पूजन के साथ-साथ मुनि श्री की मंगल देशना का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ  तो वही संध्याकाल में श्री जी की आरती एवं शास्त्र प्रवचन  के उपरांत संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया | इस आयोजन के सफल समापन पर नगर में श्री जी की भव्य मंगल शोभा यात्रा निकाली गयी जिसमें त्रि-मुनिराजों का मंगल सानिध्य प्राप्त हुआ |

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MANAVRATH &
KHSAMAVANI SHOBHAYATRA

पर्वराज पर्युषण के उपरांत क्षमावाणी दिन के शुभ अवसर पर नगर में जिनेन्द्र भगवान की शोभायात्रा निकली गई, जिसमे इस बार जैन समाज द्वारा विशेष मानवरथ का आयोजन किया गया, जिसमे सभी लोगो ने अपना सहारा देकर भगवान का रथ खींचा और बड़ी ही भक्ति के साथ शुभहायात्रा निकली गई। तद उपरांत मुनि संघ द्वारा अद्भुत प्रवचन सुनने का सभी नगर वासियों को अवसर मिला। 

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Parvraj
Paryushan

पर्वराज पर्युषण यह पर्व हैं निज आतम को जानने का, अंतरण चेतना को जागृत करने का, स्वयं को और बेहतर समझने का |
यह उत्सव हैं अंतरण का, आत्मा से परमत्मा को जाने का | सामाजिक सोहार्द का प्रतीक हैं यह उत्सव | दस धर्मो की सुन्दर माला हैं, यह पर्वराज पर्युषण हैं |

MUNI SHRI 108 
SAMATVA SAGAR JI DIKSHA DIWAS 

दिनांक 29/08/22 मुनि श्री 108 समत्व सागर जी के दीक्षा दिवस

पर पूज्य त्रिय मुनिराज का पाद प्रक्षालन, शास्त्र भेट, एवं आचार्य भगवन कि पूजन बड़ी धूमधाम से समस्त समाज द्वारा कि गयी तद उपरांत मुनि श्री के ग्रहस्त जीवन के पिताजी द्वारा वात्सल्य से भरा संस्मरण प्रस्तुत किया गया तद उपरांत त्रिय मुनिराज के प्रवचन सुनने का सभी को सौभाग्य  प्राप्त हुआ। 

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PARAS VIHAR MAHAMASTIKA
ABHIShek

श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ भगवान का महामस्तका अभिषेक

 दिनांक 27.08.22 को महाराज जी ने प्रातः माँझ मंदिर से पारस विहार कॉलोनी कि तरफ हुआ फिर उसके बाद महाराज जी के प्रवचन हुए और उसके उपरांत महामस्तका अभिषेक प्रारंभ हुआ | महाराज जी के सानिध्य में महामस्तका अभिषेक का समस्त टीकमगढ़ (TIKAMGARH) जैन समाज ने बहुत आनंद लिया |  

Siddh Chakra Mahamandal Vidhan
I

बुन्देलखण्ड (BUNDELKHAND) की पावन धरा के शहर टीकमगढ़ में श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान (SIDDHACHAKRA MAHAMANDAL VIDHAN ) का बड़े हर्ष और उल्लास के साथ सफल भव्य आयोजन हुआ | जिसमें समस्त धर्म प्रेमी जैन बन्धुओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, जहां प्रात: काल की बेला में श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा एवं संगीतमय पूजन के साथ-साथ मुनि श्री की मंगल देशना का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ  तो वही संध्याकाल में श्री जी की आरती एवं शास्त्र प्रवचन  के उपरांत संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया | इस आयोजन के सफल समापन पर नगर में श्री जी की भव्य मंगल शोभा यात्रा निकाली गयी जिसमें त्रि-मुनिराजों का मंगल सानिध्य प्राप्त हुआ |

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​Raksha banndhan
pujan

रक्षाबंधन (Rakshabandhan) बड़े ही उत्साह से वात्सल्य दिवस के रूप में मनाया गया जिसमे श्री 1008 श्रेयांशनाथ भगवान (Bhagwaan Shreyansh Nath Ji  ) का निर्वाण लाडू एवं अकमपनाचार्य आदि सातसो मुनिराजो  की पूजा हुई  एवं आचार्य भगवन की पूजन बड़ी धूमधाम से ' 32 नंबर ' पूजन युवा समूह द्वारा की गयी तद उपरांत त्रिय मुनिराज के प्रवचन हुये |

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Muni Shri 108
Nivratt sagar ji 
avtaran diwas

मुनि श्री (MUNI SHRI) के अवतरण दिवस  पर पूज्य त्रिय मुनिराज का पाद प्रक्षालन, शास्त्र भेट, एवं आचार्य भगवन कि पूजन बड़ी धूमधाम से समस्त समाज द्वारा कि गयी तद उपरांत त्रिय मुनिराज के प्रवचन और समाज द्वारा मिष्ठान वितरण किया गया |

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